Technology | तकनीक एक वरदान है या अभिशाप - विश्लेषण
तकनीक एक वरदान है या अभिशाप (विश्लेषण) :
नमस्कार दोस्तों,
वर्तमान समय तकनीक और विज्ञान का समय है | आज हम तकनीक और विज्ञान के सहारे नयी बुलंदियों को छु रहे है | इस तकनीक और विज्ञानं के कारण ही मानवीय भौतिक सुखों में वृद्धि हुई है आज हम कोई भी बड़े से बड़ा काम आसानी से पूरा कर सकते हैं | मानव के लिए तकनीक आज एक वरदान साबुत हुई है |
तकनीक के कारण ही आज पूरी दुनिया एक दुसरे से जुड़ गयी है तथा सात समुंदर पार बैठे हुए भी हम आपनो से जुड़े रहते हैं| विज्ञानं आज मानव की पहली ज़रुरत बन गया है | तकनीक एवं विज्ञानं हर घर में स्थान पा चुकी है आज हम टेक्नोलॉजी के बिना अधूरे हैं | उदहारण के लिए यदि घर का फ्रीज़ ख़राब हो जाये या फिर टेलीविज़न बंद हो जाये तो यह हमारे लिए सबसे बड़ी विपदा बन जाती है | हम एक भी दिन इन वस्तुओं के बिना नहीं रह सकते अर्थान इससे पता चलता है की टेक्नोलॉजी हमारी दिनचर्या का अभीन्न हिस्सा है |
आज हम पल में गाडी में बैठ कर घर से गंतव्य तक आसानी से पहुँच जाते है दूर बैठे अपनों से मोबाइल के जरिये तुरंत बातचीत कर पाते हैं तथा वहां की स्थिति का पता कर सकते हैं| आज हम तकनीक के सहारे चाँद तक पहुंच गए हैं तथा ब्राह्मण के रहस्यों को खोज रहे हैं |
विज्ञानं जहाँ वरदान हैं वही पर यदि इसका दुरुपयोग किया जाए तो ये सबसे बड़ा अभिशाप भी बन सकता हैं |
तकनीक ने भले ही हमारे जीवन स्तर में वृद्धि की हो परन्तु इसके उपयोग से हमें कुछ हानियाँ भी हुई हैं |
वर्त्तमान में छोटे-2 बच्चे कंप्यूटर, टेलीविज़न, गेम्स, मोबाइल और अन्य इनडोर गेम्स के आदि हो गए हैं |
आज के समय में गलियों में बच्चों का खेलना, मैदान में दौड़ना, शरारत करना बहुत कम हो गया है या लगभग समाप्त हो गया है |
तकनीक ने शायद बच्चों को आगे तो बड़ा दिया है लेकिन उनका बचपन शायद छिन गया हैं |आज के दौर में सभी केवल अपने घरों में रहते हैं तथा दूसरों के मामलों में ध्यान नहीं देते इसका एक कारण जीवन-यापन के लिए दौड़भाग भी है |
तकनीक का एक उदहारण यूरेनियम है जो की यदि सही उपयों में लाया जाए तो उर्जा का श्रेष्ठ स्त्रोत हैं परन्तु विकास की होड़ और ताकत दिखाने के लिए कई राष्ट्र इस यूरेनियम को उर्जा उपयोग के बजाय हथियार के रूप में प्रयोग कर रहे हैं , जो की विनाश का सबसे बड़ा कारण बन सकता है |
विकास की होड़ में मानव ने प्रकृति का विनाश कर दिया है परन्तु वह यह नहीं जानता की प्रकृति का विनाश मतलब मानव का ही विनाश है| आज हम तकनीक के ही कारण कई समस्यों में घिर चुके है जहाँ कभी लोग भौतिक सुखों की बजाय एक दुसरे के सुख-दुःख में शामिल हुआ करते थे, हर छोटे से छोटे काम में लोग एक दुसरे का हाथ बटाया करते थे, आज ये सभी चीज़े बाहरी आडम्बर और दिखावे की भेंट चढ़ गयी हैं |
तकनीक की खोज मानव विकास और जीवनशैली में सुधार के लिए होती है परन्तु इसका दुरूपयोग इसके सदुपयोग की अपेक्षा अधिक होता है | जिसका मानव विकास और प्रकृति पर विपरीत पड़ता है|
वर्तमान स्थिति का अवलोकन करने और उसके विश्लेषण से हम ये सीखते हैं की तकनीक एवं विज्ञानं का यदि सही उपयोग किया जाए तो यह एक वरदान है और यदि इसका दुरुपयोग किया जाये तो यह अपेक्षाकृत अधिक विनाशकारी है |
अतः अंत मैं हम यही कहना चाहूँगा की तकनीक का उसकी आवश्यकता के अनुसार सही सदुपयोग किया जाये तो वह एक वरदान बन सकती है |
Well said dear. You are right. We must have understand that technology is our best friend but misuse of this can be dangerous.
ReplyDeleteyou are right sir.
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